5 Simple Techniques For पारद शिवलिंग फोटो

पारद शिवलिंग समस्त दुखों का नाश करने वाला मानसिक व शारीरिक चिंताओ का अंत करने और शांति प्रदान करने वाला है। पारद शिवलिंग की पूजा से दिए गए लाभ प्राप्त होते हैं:-

ऐसा माना जाता है कि पारद शिवलिंग में सभी ज्योतिर्लिंगों का वास होता है। सिर्फ जल और पुष्प अर्पण करके ही पारद शिवलिंग की सच्चे मन से पूजा की जाए तो उपासक को अंगिनत लाभ मिलते है। खास बात यह है कि पारद शिवलिंग की पूजा प्राण प्रतिष्ठा के बिना की जा सकती है।

आर्थिक स्थिति को मजबूत करता है पारद शिवलिंग

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पारद और स्फटिक शिवलिंग की स्थापना किसी विद्वान पंडित के मार्गदर्शन में विधि-विधान के अनुसार ही करनी चाहिए। इन शिवलिंगों को स्थापित करने के लिए शुभ मुहूर्त का चयन भी आवश्यक माना जाता है। साथ ही, इनकी नियमित रूप से पूजा करना महत्वपूर्ण है।

शर्करा मिश्रिता तत्र यदा बुद्धिर्जडा भवेत्।

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पारद शिवलिंग की पूजा करने से भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

इसके नियमित प्रयोग से घर में धन लाभ होता है और पैसा कमाने के नये साधन उपलब्ध होते है।

जीवनार्थी तू पयसा श्रीकामीक्षुरसेन वै।

पारद शिवलिंग को अभिमंत्रित करा कर लेने के फायदे :

घर में पार्थिव शिवलिंग, धातु या स्फटिक और पारद शिवलिंग रख सकते हैं. लेकिन इनमें से श्रेष्ठ

पं. शर्मा के अनुसार घर में हाथ के अंगूठे के पहले भाग से बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। जहां शिवलिंग रखा हो, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। रोज सुबह-शाम शिवलिंग के पास दीपक जलाएं। भोग लगाएं। घर में क्लेश न करें और शिवजी के मंत्रों का जाप करें।

देशभर में जो ज्योर्तिलिंग है वे सभी website स्वंभू है परंतु पत्थर के शिवलिंग के अलावा शिवलिंग कई प्रकार और पदार्थ या धातु से बनाए जाते हैं। शिवपुराण अनुसार भगवान विष्णु ने पूरे जगत के सुख और कामनाओं की पूर्ति के लिए भगवान विश्वकर्मा को अलग-अलग तरह के शिवलिंग बनाकर देवताओं को देने की आज्ञा दी थी। विश्वकर्मा जी ने अलग-अलग पदार्थों, धातु व रत्नों से शिवलिंग बनाए थे। सभी शिवलिंग को पूजने या उचित स्थान पर रखने का महत्व और उद्देश्य अलग अलग है। पारद शिवलिंग देश में कई स्थानों पर विराजित हैं। इसे पारदेश्वर महादेव कहते हैं। आओ जानते हैं पारद शिवलिंग के बारे में संक्षिप्त जानकारी।

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